नमस्ते दोस्तों, मनीष यहाँ, आज अपने दिल का हाल आज आप सब के साथ शेयर करने जा रहा हूँ। ये कहानी है मेरे सपनों की, मेहनत की, और उन ठोकरों की, जिन्होंने मुझे बार-बार गिराया। 2017 में शुरू हुआ मेरा ब्लॉगिंग का सफर 2023-24 तक आते-आते जैसे ताश के पत्तों सा बिखर गया। लेकिन मैं हार मानने वालों में से नहीं। जिंदगी ने जितना गिराया, उतना ही उठने की ताकत भी दी। तो आओ, चलें इस रोलरकोस्टर की सवारी पर—थोड़ी हंसी, थोड़े आँसू, और ढेर सारा हौसला।