हेलमेट वरदान या मौत का सामान हेलमेट के कितने है फायदे या कितना है नुकसान
आइए जानते हैं आज की खबर में ज्यादातर लोग हेलमेट लगाना पसंद नहीं करते लेकिन जो हेलमेट लगाना पसंद नहीं करते वो लोग अपने और अपने परिवार के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं हेलमेट न लगने पर दो प्रकार की समस्याएं सामने आती हैं पहले चालान कटने पर धन की हानि और दूसरी दुर्घटनाग्रस्त होने पर तन हनी अगर आप इन दोनों से बचना चाहते हैं तो हेलमेट अवश्य पहनें एमपी फर्स्ट 24 की इस मुहिम में हम जानते हैं हेलमेट कितना लाभकारी है और बीते सालों में कितने लोग दुर्घटनाग्रस्त हुए है हेलमेट पहनना ध्यान केंद्रित करने का भी काम करता है। चेहरे पर लगा हेलमेट सीधे वाहन चलाने पर ध्यान लगाने में सहायक होता है। -हेलमेट पहनने से दुर्घटना के समय आपका सिर ही नहीं रीढ़ की हड्डी की भी सुरक्षा होती है। सर्वाइकल स्पाइन इंजरी होने का खतरा कम हो जाता है।
हेलमेट सिर का बोझ नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिए है… ये सिर्फ स्लोगन नहीं है, हादसों में जीवन बचाने का मंत्र है। दोपहिया वाहन चालकों की जान पर भारी पड़ रही है। यही कारण है कि सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या एक साल में ही 4219 हो गई। ह 2021 में दोपहिया वाहनों से हुए 21941 हादसों में 16694 वाहन चालक घायल हुए। प्रदेश में 48877 सड़क हादसे हुए, इनमें 12057 मौतें हुई। इनमें 35% यानी 4219 दोपहिया वाहन चालकों की मौत हुई, जिन्होंने हेलमेट नहीं लगाया था। वहीं 35% यानी 48956 घायल हुए थे। बता दें, 2021 में कुल सड़क हादसों में 45% फीसदी दोपहिया वाहनों से हुए हैं।
हेलमेट पहनने से 69 प्रतिशत कम होता है मौत का खतरा, एमपी फर्स्ट 24 न्यूज़ नेटवर्क की ओर से आप सभी से अनुरोध है कि अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हेलमेट अवश्य पहनें जीवन सुरक्षित तो परिवार सुरक्षित एमपी फास्ट ब्यूरो रिपोर्ट