Arun Govil said in Bhopal Ram is the symbol of faith of all of us
भोपाल में रामानंद सागर की रामायण में 'प्रभु
श्रीराम' का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण
गोविल ने भगवान राम की कहानी सुनाई। उन्होंने
एक प्रसंग सुनाते हुए कहा- चारों भाई भगवान राम,
लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न शिक्षा प्राप्त करने सामान्य
जन की तरह गुरुकुल गए। लौटे तो वे युवा अवस्था
में प्रवेश कर चुके थे। तभी एक दिन महर्षि विश्वामित्र
राजा दशरथ के दरबार में पहुंचे, और कहा- वे राम
और लक्ष्मण को अपने आश्रम में यज्ञ की रक्षा के लिए
ले जाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा- क्या आज हम यह बात कह सकते हैं कि किसी बड़े आदमी का बेटा पढ़ाई पूरी करके लौटे, और तुरंत ही कोई देश और धर्म की रक्षा के लिए उन्हें मांगने आ जाए। आ भी जाए तो क्या हम भेज देंगे... शायद नहीं। लेकिन, दशरथ जी ने यह किया। राम और लक्ष्मण भी बिना किसी संकोच के उनके साथ चले गए।
यह रामायण का संदेश है कि समाज कल्याण और धर्म की रक्षा के लिए जो भी कर सकें वह हमें करना चाहिए। रामायण हमें शिक्षा देती है कि हम लोभ और लालच से दूर रहे। राम हम सबकी आस्था के प्रतीक